भावार्थ:
जिसने भूतकाल अथवा वर्तमान मे उपकार किया हो अथवा भविष्य मे उपकार करने की सम्भावना हो, ऐसे पात्र को दान देना प्रत्युपकार है। अथार्त उपकार के बदले उपकार।
अतः अनिच्छापूर्वक, फल की कामना से अथवा प्रत्युपकार रूपी दान राजसिक है।
धर्म-अर्थ-काम-मोक्ष, मनुष्य जीवन के चार पुरुषार्थ है। यह चार पुरुषार्थ को करना ही मनुष्य जीवन का उदेश्य है। उद्देश्य इसलिये है क्योंकि इन चार पुरुषार्थ को करने से ही मनुष्य का कल्याण है। धर्म-अर्थ-काम-मोक्ष, का अर्थ क्या है? यह पुरुषार्थ करने से मनुष्य का कल्याण किस प्रकार है? धर्म धर्म का अर्थ है कर्तव्य। श्रीमद […]
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